5. क्या आप जानते है की पूर्ण सूर्यग्रहण 7 मिनट 31 सेकंड से बड़ा क्यों नहीं होता है ???
दोस्तों वैसे तो हर दिन आकाश में कुछ न कुछ विचित्र होता ही रहता है जैसे की उल्का पिण्डो का धरती पर गिरना ,क्लाइमेट में Changes होना , इत्यादि। दोस्तों इसी के साथ हमारे धरती से चंद्रग्रहण और सूर्यग्रहण का भी नाता है ,इसीलिए महीने में चंद्रग्रहण होते है।
क्या आप को पता है की सूर्यग्रहण मुश्किल से होता है , और इस दिन कई सारे वैज्ञानिक अपने शोध भी करते है तथा हमारे इंडिया में इसकी पूजा भी किया जाता है।
सूर्यग्रहण होते कैसे है :- दोस्तों जब चाँद अपने पृथवी पर से देखने में ऐसा लगे की ये सूर्य को पूरी तरह से धक लिया है,तो उसे ही हम पूर्ण सूर्यग्रहण कहते है।
दोस्तों वैसे तो सूर्यग्रहण के दिन बहुत सारे शुभ और अशुभ बाते हमे देखने और सुनने को मिल जाते है, लेकिन क्या आप जानते है की पूर्ण सूर्यग्रहण
7 मिनट 31 सेकंड से बड़ा क्यों नहीं होता है ???
दोस्तों इसका Scientific Reason ये है की जब हमारी धरती घूमती है तब इसके Rotation या घूर्णन से हमारे सूर्य के विकरण में फर्क होता है।
जिसकी वजह से सूर्य का पूर्ण ग्रहण 7 मिनट 31 सेकंड से ज्यादा नहीं होता है।
6 . दोस्तों क्या आप को पता है की इंडिया में 26 january और 15 august को जो फ्लैग फैराया जाता है उसके क्या अंतर् है ???
दोस्तों जैसा की हम जानते हमारा देश 15 अगस्त को आजाद हुआ और 26 जनवरी संविधान लागु हुआ जो हमे एक जुट करता है।
लेकिन दोस्तों क्या आप को पता है की 15 अगस्त और 26 जनवरी में क्या अंतर् है ???
नहीं जानते है , तो जान लीजिये काम आएगा …दोस्तों Basically होता क्या है की 15 अगस्त वाले दिन हमे आजादी मिली थी इसीलिए इस झण्डे को एक रसी के सहारे ऊपर ले जा कर फैराया जाता है , जिसे ध्वजा रोपण (Flag Hoisting ) कहते है।
लेकिन , 26 जनवरी वाले दिन आजादी के बाद कानून लागू हुआ था इसीलिए इस दिन ध्वज को किसी chief guest के आने से पहले ही झण्डे को ऊपर रसी के सहारे से इस तरह लटका दिया जाता है , ताकि जब निचे से रसी खींचे तो आसानी से झण्डा फैराने लगे,जिसे झण्डा फैराना (Flag Unfurling ) कहते है।

7. दोस्तों आप ने अपने घर पर आने वाले सिलिंडर में छेद तो देखे ही होंगे क्या आप जानते है ,क्यों ???
दोस्तों हमारे घर पर आने वाले सिलिंडर में आप ने कभी ध्यान से जरूर देखा होगा और आप ये भी देखे होंगे की सिलिंडर के आजू – बाजू छेद होते है।
आप सब के मन में कभी न कभी ये तो सवाल आया ही होगा की इन सभी सिलिंडर में छेद क्यों होते है ???
अगर आप ने खुद से पूछा और आप ने इस के जवाब को जान लिए है तो मैं भी आप को वो उतर बताता हूँ , क्या पता आप कुछ और अंतर् जानते हो इस के बारे में तो देख लेना की आप का उतर और मेरा उतर बराबर है की नहीं ??
तो दोस्तों इसका Answer सीधा सा ये है की वातावरण के ज्यादा
Temperature से कही हमारा एलपीजी गैस ला सिलिंडर फट ना जाए।
Actually ,होता ये की जब कभी भी सिलिंडर के तली में गर्म माहौल हो जाता है तब इस होल की वजह से फिर से सिलिंडर के निचे वातावरण ठंडा हो जाता है।
वैसे , हम जानते ही है की LPG गैस कितना ज्यादा खतरनाक है इसीलिए आप सब से अनुरोध है की गैस का नियम रूप से पालन करे तथा इस्तेमाल हो तभी इसका उपयोग करे।

8. दोस्तों क्या आप ने सिलिंडर में कभी भी ऊपर से पकड़ने वाले जगह पर नंबर लिखा हुआ देखा है, क्या मतलब होता है इसका ???
आज के वक्त में लगभग हर किसी के घर में गैस सिलेंडर पाया जाता है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हर किसी के घर में खाना बनाने के लिए इसी का प्रयोग किया जाता है वहीं ये भी बता दें कि इसके आने से सबकुछ जैसे बदल सा ही गया है कम समय में व्यक्ति अपनी भूख मिटाने के लिए खाना बना लेता है। लेकिन आज हम आपको गैस सिलेंडर के बारे में कुछ ऐसी खास बात बताने जा रहे हैं जो शायद ही आप जानते होंगे।
क्या आपको पता है कि गैस सिलेंडर पर लिखे इस नंबर का मतलब क्या होता है शायद नहीं? तो आइए जानते हैं।
आपको बता दें कि इस गैस सिलेंडर के आ जाने से जितने फायदे हैं उतने नुकसान भी है। लेकिन ये नुकसान शायद ही आपको पता होंगे। इस गैस सिलेंडर के आने से भले ही खाना आसानी से बन जाता है लेकिन इसके साथ कुछ जरूरी सावधानियां न बरती जाए तो आपकी जान को भी खतरा हो सकता है।
आज हम आपको इसलिए ये बात बताने जा रहे हैं क्योंकि लोग गैस सिलेंडर का प्रयोग तो करते हैं लेकिन इसके इस्तेमाल करने वाले नियमों को नजरअंदाज कर देतें हैं इससे क्या होता है कि सिलेंडर फट जाने से कई घटनाएं आए दिन सामने आती है। इसलिए अगर आपके सिलेंडर में हल्की सी भी लीकेज दिखे तो आप उसे अनदेखा न करें।
इसके साथ ही आज हम आपको एक अहम जानकारी देने जा रहे हैं जो शायद आपने पहले कभी नहीं सुनी होगी। अगर आपने ध्यान दिया होगा तो देखा होगा कि सिलेंडर पर एक नंबर लिखा हुआ है । लेकिन आपको इस नंबर का मतलब नहीं पता होगा तो आज हम आपको इसी नंबर का मतलब बताएंगे। बता दें कि ये नंबर गैस सिलेंडर का एक्सपायरी डेट बताता है। इस नंबर के एक्सपायरी डेट खत्म होने के बाद सिलेंडर कभी भी फट सकता है।
इस नंबर के बारे में विस्तार से बताएं तो ये नंबर सभी गैस सिलेंडर A,B,C,D करके अक्षर लिखा होता है जिनमें A का मतलब होता है जनवरी से मार्च, वहीं B का मतलब अप्रैल से जून, C का मतलब जुलाई से सितम्बर और D का मतलब होता है अक्टूबर से दिसंबर। और ठीक इसके बाद जो नंबर लिखा होता है वो वर्ष यानि साल दर्शाता है जैसे 13 यानि 2013 इसलिए ध्यान दें।
तो दोस्तों आप इसे आप अपने घर में भी देख सकते है और आस पड़ोस में इसके बारे में बता भी सकते है।
9. दोस्तों क्या आप को पता है की सिलिंडर का रंग ज्यादातर लाल ही क्यों होते है ???
आपके सभी के घर में गैस सिलिंडर उपलब्ध होगा लेकिन क्या आपने कभी ध्यान दिया है की जो भी सिलिंडर होता है , चाहे वो छोटा या बड़ा सभी लाल रंग का ही होता है | क्या आपने कभी सोचा है की आखिर ऐसा क्यों ?
लगभग सभी गैस सिलिंडर चाहे वो सरकारी हो या प्राइवेट या फिर छोटा हो या बड़ा , सभी लाल रंग के ही रंगे होते है | अब चलिए इसके बारे में जानते है की आखिर ऐसा क्यों होता है ?
सिलिंडर लाल रंग के ही क्यों होते है ? (Why Gas Cylinder Is Red ?)
गैस सिलिंडर के लाल रंग के होने के पीछे विज्ञानं का हाथ है | यानि की जैसा की आप जानते ही है की लाल रंग की तरंग दैर्ध्य अधिक होती है जिसके कारण वह ज्यादा नहीं बिखरता है और दूर से ही दिखाई दे देता है | इसी कारण गैस सिलिंडर को भी भारत में लाल रंग से ही पेन्ट किया जाता है ताकि दूर से ही दिखाई दे दे |
चूँकि आप जानते ही है की सिलिंडर के अंदर LPG गैस भरी होती है जो की बहुत ही ज्वलनशील पदार्थ होती है | इसलिए गैस सिलिंडर को भी लाल रंग से ही पेंट किया जाता है ताकि कोई भी हादसा हो तो लोगो को दूर से ही दिखाई दे दे और लोग सुरक्षित हो जाये।
दोस्तों आप ने अब सिलिंडर के बारे में बहुत कुछ जान लिए अब हम अलग fACTS को जानते है।
10 . दोस्तों आप को पता है की चींटियों के अंदर खून नहीं होता है,तो जीते कैसे है ???
दोस्तों हम जानते है की हमारे पृथ्वी पर कई प्रकार के जीव – जंतु मजूद है;उसी में से एक चींटी भी है क्या आप ने कभी भी बिना खून के जीने की कल्पना की है, हम कर ही नहीं सकते क्योकि बिना ख़ून जीना सम्भव ही नहीं है।
लेकिन आप जान कर हैरान हो जायेंगे की जो चींटी हम अपने आस – पास देखते है वास्तव में उसके शरीर में खून होते ही नहीं, तो आखिर वो जीते कैसे है ???
दरअसल दोस्तों चींटियों में ख़ून की जगह पर HEMOLYMPH नाम का पदार्थ होते है जो चींटियों के पुरे शरीर में होते है और इसी से इसको पोषण मिलते रहता है।
11. फुटबॉल का रंग काला और सफ़ेद ही क्यों ???
दोस्तों आज को कई प्रकार के गेंद आ गए है , जो अलग – अलग रंग में होते है , लेकिन क्या आप को पता है की ज्यादातर जो फुटबॉल होते है वो काला और सफ़ेद ही क्यों होते है ??
देखो दोस्तों वैसे तो फुटबॉल की इतिहास से अब तक बहुत जगह Black & White से ही फुटबॉल खेला जाता है,लेकिन ज्यादा जगह और पहली बार फुटबॉल खेलने के लिए जिस रंग का गेंद था,वो सफ़ेद और काला था।
ऐसा क्यों ???
1970 में पहली बार मैक्सिको वर्ल्ड कप में ब्लैक & वाइट फुटबॉल का इस्तेमाल देखा गया क्योकि दोस्तों उस समय रंगीन टीवी का चलन नहीं था इसीलिए कोई और रंग का इस्तेमाल किया हुआ बॉल टीवी पर नहीं देखा जा सकता था।
इस बॉल का नाम TELSTAR था जिसे ADIDAS ने बनाया था।
12. दोस्तों क्या आप जानते है की हमे बुखार होते है तब शरीर गर्म क्यों हो जाता है ???
दोस्तों कभी ना कभी आप को बुखार तो हुआ ही होगा जिस में जिसको बुखार हुआ है उसका शरीर बहुत ही ज्यादा गर्म हो जाते है।
लेकिन , क्या आप ने कभी भी सोचा है की जब हमे बुखार आते है तब हमारा शरीर का तापमान इतना ज्यादा क्यों और कैसे बढ़ जाता है???
दोस्तों दरअसल जैसा की हम जानते है की हमारे शरीर का Approximately तापमान 37 डिग्री सेल्सियस होता है,लेकिन जैसे ही हमारे शरीर में हानिकारक वायरस या बैक्टीरिया आ जाते है तब इम्मून सिस्टम Activate हो जाते है और ये Activate होते है क्योकि हमारा शरीर गर्म होने लगते है।
Actually , ये एक Natural Process होता है जिसमे Brain का कमाल होता है , दरअसल हमारे ब्रेन में HYPOTHALAMUS नाम का एक ग्रन्थ होता है जो शरीर के तापमान को Maintain रखता है।
जब IMMUNE SYSTEM को लगता है की हमारे शरीर में कोई एंटीजन या वायरस आ गया है तब ये PYROGEN नाम के केमिकल छोड़ते है और जब इस केमिकल का पता HYPOTHALAMUS को पता चलता है तब ये हमारे शरीर के Temperature को बढ़ा देता है।
13. जब हम गहरी नींद में सोते है तब कुछ लोग खर्राटे लेते है ,क्यों ???
दोस्तों हम सब सोते है और सांस भी लेते है,लेकिन कुछ लोग के सांस लेने से खर्राटे का रूप बन जाता है , जो ना तो उस आदमी या औरत को सही से सोने में मदद करता है और ना ही आस – पास के लोग को।
दोस्तों आप के मन में तो आया ही होगा कभी न कभी की आखिर से सब ऐसा क्यों होता है ???
दोस्तों वैसे देखा गया है की मोटे लोग में ये ज्यादा होता है।
दोस्तों दरसअल होता ये है की जब हम गहरी नींद में सोते है तब हमारे बाकी शरीर के पार्ट रिलैक्स कर रहे होते है।
और जब हम हवा को ग्रहण करते है कब गले के टिश्यू उस आने – जाने वाले हवा से टकराता है और Vibrate होता रहता है,जिसे हम सब खर्राटे कहते है।
14. दोस्तों क्या आप ने 2000 के नोट पर Bubbles देखे है अगर हां तो इसका क्या मतलब है ???
दोस्तों जैसा की हम जानते है की 2000 का नोट इंडिया में चल रहा है , और हमारे पास भी ये होता है।
लेकिन क्या आप ने कभी भी इसे गौर से देखा होगा तो आप ने इस में कुछ जगह बुलबुले देखे होंगे।
तो आप के मन में कभी न कभी ये सवाल तो आया ही होगा की ये बुलबुले क्यों होते है ???
दोस्तों दरसअल बात ये होता है की 2000 के नोट में तीन जगह पर बुलबुले होते है जो बताता है की ये नोट कब बना है।
जैसे पहले आगे एक जगह 8 बुलबुले होते है और फिर ऊपर की तरफ 11 और पीछे की तरफ 16 बुलबुले होते है।
इस सब को मिला कर एक तारीख बनता है वो है 8 /11 /2016 और ये वही तारीख होता है जिस दिन ये नोट बनते है।
15. सड़क पर बनी अलग – अलग लाइन्स का क्या मतलब होता है ???
दोस्तों हम सब को कही न कही सड़को से जाना पड़ता है और जब हम हाईवे जैसे जगह और नार्मन रोड़ पर चलते है तब हमे लाइन्स दिखते है।
ब्लैक रोड पर वाइट और येल्लो लाइन्स दिखते है लेकिन, क्या आप ने कभी भी ये जानने की कोशश की है की इसका क्या कारण है ???
दोस्तों होता ये है की रोड़ पर टोटल 3 लाइन्स होते है 1. टुटा हुआ लाइन्स 2. डबल सॉलिड लाइन्स 3. सिंगल सॉलिड लाइन एंड सिंगल टुटा हुआ लाइन।
1. पहले का मतलब है की दोनों साइड के लोग एक दूसरे को ओवरटेक कर सकते है।
2. दूसरे का मतलब है की कोई भी एक दूसरे को ओवरटेक नहीं कर सकते है।
3. तीसरे में एक तरफ सॉलिड लाइन होता है,जिस तरफ से कोई दूसरे साइड नहीं जा सकते है ,लेकिन सिंगल टुटा हुआ लाइन की तरफ से सॉलिड लाइन की तरफ आ सकते है।
तो दोस्तों ये मेरा पहला ऐसा ब्लॉग है जिसमे मैंने बहुत मेहनत की है इसीलिए आप सब से आशा करता हूँ की आप लोगो ने कुछ सीखा होगा।
अगर कुछ सिखने को मिला है तो इसको शेयर करे तथा कमेंट कर के बताये की आप को कौन सा फैक्ट अच्छा लगा।
इसी के साथ मैं Ainesh Kumar आप सब से विदा लेता हूँ।
धन्यवाद !!!